(मुख्य परीक्षा) अर्थशास्त्र में उत्तर लेखन पर विशेष

आज ''जागरण जोश'' पर अर्थशास्त्र विषय पर लेख पढ़ा तो यहाँ भी साँझा कर रहा हु।
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वर्ष 2013 में भारतीय प्रशासनिक सेवा मुख्य परीक्षा (लिखित) की पद्धति में बदलाव के कारण आईएएस मुख्य (लिखित) परीक्षा के सामान्य अध्ययन में अर्थशास्त्र एक अहम विषय के रूप में उभर कर सामने आया है. वर्ष 2013 के आईएएस मुख्य (लिखित) परीक्षा के सामान्य अध्ययन के तीसरे पत्र में अर्थशास्त्र के 50 प्रतिशत से अधिक प्रश्न पूछे गए थे. अर्थशास्त्र के मूलभूत अवधारणा पर उम्मीदवारों की अच्छी पकड़ होनी चाहिए. साथ ही उन अवधारणाओं का समाज और अर्थतंत्र पर पड़ने वाले प्रभावों से भी उम्मीदवारों को वाकिफ़ होना चाहिए. उम्मीदवारों को इन क्षेत्रों से संबंधित मुद्दे जैसे योजना, संघीय वित्त, मुद्रास्फीति, मुद्रा एवं बैंकिंग, औद्योगिक वृद्धि एवं विकास, लोक व्यय एवं लोक ऋण, विदेशी पूंजी एवं अंर्तराष्ट्रीय व्यापार की अच्छी समझ होनी चाहिए.
अर्थशास्त्र की मूल अवधारणाओं पर पकड़ के लिए कुछ किताबों की सहायता ली जा सकती है. इसमें कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं की अर्थशास्त्र की एनसीईआरटी (NCERT) की किताबें बहुत ही सहायक सिद्ध हो सकती है.
साथ ही मिश्रा एवं पुरी अथवा दत्त एवं सुन्दरम की किताबों की सहायता से आप अर्थशास्त्र के काफी सारे गूढ़ रहस्यों को समझने में कामयाब हो सकेंगे. इसके अलावा उम्मीदवारों को अर्थिक व्यवस्था में रोज हो रहे परिवर्तनों से अद्यतन रहना पड़ेगा.
आईएएस मुख्य (लिखित परीक्षा) में सफलता के लिए उत्तर लेखन कौशल का समुचित विकास करना बहुत जरूरी है. विषय के सम्पूर्ण ज्ञान के बावजूद अगर उम्मीदवार का लेखन कौशल प्रभावशाली ना हो तो उसकी सफलता पर सवालिया निशान लगा हुआ रहता है. उम्मीदवारों को अपने लेखन कौशल में सुधार के लिए निम्नलिखित टिप्स को आजमा सकते हैं.
• लेखन में गति और शुद्धता लाने के लिए मॉक टेस्ट पेपर का निरंतर अभ्यास करें.
• प्रत्येक प्रश्नों के उत्तर के लिए निर्धारित शब्द और समय सीमा का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए.
• प्रश्नों को पढ़ते वक्त एकाग्र रहें और उसके अनुरूप ही जवाब लिखें. सामान्य रूप से यह देखा जाता है कि उम्मीदवार जवाब किसी और चीज का देते हैं जबकि प्रश्न किसी और विषय में पूछा जाता है. उम्मीदवारों को टिप्पणी, मूल्यांकन और आलोचनात्मक व्याख्या जैसे प्रयुक्त होने वाले शब्दों का सही मतलब पता होना चाहिए.
•  आवश्यकता पड़ने पर उम्मीदवारों को स्टैंडर्ड आर्थिक शब्दावली का प्रयोग करना चाहिए. उत्तर देने का उद्देश्य आवश्यक उत्तर स्पष्टता एवं सहजता से देना होना चाहिए.
• संदेहास्पद शब्दावली को लिखने से बचना चाहिए.
• उम्मीदवार आवश्यक लगने पर वाक्यों को उभार भी सकते हैं.
• उत्तर आवश्यकता के अनुरूप विभिन्न अनुच्छेदों में बँटा होना चाहिए.
• उम्मीदवार पिछले वर्षों के अर्थशास्त्र के प्रश्नों का अभ्यास कर सकते हैं और बाजार में उपलब्ध स्टैंडर्ड उत्तरों से उसका मिलान भी कर सकते हैं.

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