प्रधान मंत्री मोदी ने बाड़मेर में राजस्थान की पहली तेल रिफाइनरी के प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बाड़मेर जिले में पछपाड़रा में राजस्थान रिफाइनरी के प्रोजेक्ट की शुरूआत की है। यह राज्य में पहली तेल रिफाइनरी है। 43,000 करोड़ रुपये की परियोजना एचपीसीएल और राजस्थान सरकार के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
उम्मीद है कि यह 4 साल में रिफाइनरी काम करेगी और राज्य से इससे 34,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी। इस परियोजना से हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां उत्पन्न होने की संभावना है।
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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बाड़मेर जिले में पछपाड़रा में राजस्थान रिफाइनरी के प्रोजेक्ट की शुरूआत की है। यह राज्य में पहली तेल रिफाइनरी है। 43,000 करोड़ रुपये की परियोजना एचपीसीएल और राजस्थान सरकार के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
उम्मीद है कि यह 4 साल में रिफाइनरी काम करेगी और राज्य से इससे 34,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी। इस परियोजना से हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां उत्पन्न होने की संभावना है।
परीक्षा उपयोगी महत्वपूर्ण सवाल:
- राजस्थान के राज्यपाल - कल्याण सिंह ।
- इंडियन ऑयल के अध्यक्ष - संजीव सिंह ।
- MOU : 43000 करोड़ ।
- मानक : BS-VI मानक आधारित देश की पहली रीफ़ायनरी होगी।
- कार्य पूर्ण : 2022 में आज़ादी की 75 वी वर्ष गाँठ पर।
- हिस्सेदारी : HPCL (74%) : राज्य सरकार (26%)
पचपदरा रिफाइनरी की खासियत:
- बाड़मेर की धरती में करीब 4 अरब बैरल तेल का खजाना है।
- पचपदरा रिफाइनरी से रोज 200 कुओं से करीब 1.75 लाख बैरल तेल उत्पादन किया जाएगा ।
- यह रिफाइनरी ईको फ्रेंडली होगी ।
- रिफाइनरी की क्षमता सालाना 90 लाख टन कच्चा तेल रिफाइन करने की है ।
- जिसमें से 25 लाख टन कच्चा तेल बाड़मेर में और बाकी का 65 लाख टन कच्चा तेल गुजरात से आएगा।
- इसमें एक पेट्रोकेमिकल कांप्लेक्स भी होगा।
- पहले बाड़मेर का कच्चा तेल रिफाइन होने के लिए गुजरात जाता था, पचपदरा में पेट्रोकैमिकल हब बनने से तेल रिफाइन होकर 6 पेट्रोलियम उत्पादों में बदल जाएगा जो बीएस-6 मानक के हिसाब से होगा ।
- रिफाइनरी का निर्माण एचपीसीएल और राजस्थान सरकार करवा रही है।
- राज्य सरकार के अनुसार रिफाइनरी से करीब 15 हजार लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है।
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