स्वच्छ भारत अभियान

स्वच्छ भारत अभियान
प्रारम्भ : 2 अक्टुम्बर,2014
लक्ष्य:- गांधी जी की 150 वीं जयंती पर सन् 2019 तक भारत को गांधी जी के सपनो का स्वच्छ भारत बनाना।
प्रतीक चिन्ह्:- गांधी जी का चश्मा।
यह अभियान सिर्फ अभियान न होकर बड़े पैमाने पर जन-आन्दोलन है। स्‍वच्‍छता का शाब्दिक अर्थ लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य और कल्‍याण में सुधार लाने और उसकी सुरक्षा के महत्‍वपूर्ण उपाय हैं। अत: स्‍वच्‍छता सुविधाओं को आम तौर पर मानव जीवन को स्‍थायी बनाने के मुख्‍य तत्‍व के रूप में लिया जाता है।
महात्मा गांधी के अनुसार:- स्वच्छता आजादी से महत्वपूर्ण है।
विश्व शौचालय दिवस:- 19 नवम्बर को who द्वारा सन्वि 2001 में विश्व शौचालय दिवस के रूप में घोषित किया गया। इसका उद्देश्य जन-जागरूकता लाना है।
संयुक्त राष्ट्र सहस्त्राब्दी विकास लक्ष्य:- विश्व की 40% आबादी के पास अब भी पर्याप्त स्वच्छता सुविधाएं नही है।इसी कारण 'स्‍वच्‍छता' संयुक्‍त राष्‍ट्र सहस्राब्दि विकास लक्ष्‍य के मुख्‍य उद्देश्‍यों में से एक है। संयुक्‍त राष्‍ट्र द्वारा समर्थित सभी के लिए स्‍वच्‍छता : 2015, अभियान का लक्ष्‍य राजनैतिक इच्‍छा को प्रेरित करना और पूरी दुनिया में स्‍वच्‍छता सुविधाओं के विस्‍तार के लिए संसाधनों का संग्रह करना है।
निर्मल ग्राम पुरस्कार:- एक नकद पुरस्‍कार के रूप में, यह पुरस्‍कार पूरी तरह कवर किए गए पंचायती राज संस्‍थानों और उन व्‍यक्तियों तथा संस्‍थानों को मान्‍यता देता है जो अपने प्रचालन क्षेत्र में संपूर्ण स्‍वच्‍छता कवरेज सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य करते हैं।
''स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत''
शहरी क्षेत्रो में स्वच्छता:- शहरी क्षेत्रो में स्वच्छता अभियान के तहत विभिन्न गतिविधिया:-
जन-निजी भागीदारिता से 'ठोस-तरल अपशिष्ट प्रबंधन' जैसे कार्यो को शुरू करना और कचरा निपटान की तकनीकी का विकास करना।
अभियान को आर्थिक गतिविधियों से जोड़ना।
सामुदायिक, सार्वजनिक तथा घरेलू शौचालयो का निर्माण करना । खुले में शौच की आदतो को समाप्त करना साथ ही जन जागरूकता बढ़ाना।
ग्रामीण क्षेत्रो में स्वच्छता :- ग्रामीण क्षेत्रो के लिए स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत ही 'निर्मल भारत अभियान कार्यक्रम' भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा है ।
यह ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के लिए माँग आधारित एवं जन केन्द्रित अभियान है, जिसमें लोगों की स्वच्छता सम्बन्धी आदतों को बेहतर बनाना, स्व सुविधाओं की माँग उत्पन्न करना और स्वच्छता सुविधाओं को उपलब्ध करना, जिससे ग्रामीणों के जीवन स्तर को बेहतर बनाया जा सके।
स्वच्छ भारत-स्वच्छ विद्यालय:- मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन स्वच्छ भारत-स्वच्छ विद्यालय अभियान शुरू किया गया है ।
इस दौरान की जाने वाली  गतिविधियों में शामिल हैं-
स्कूल कक्षाओं के दौरान प्रतिदिन बच्चों के साथ  सफाई और स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर अध्यापक विशेष रूप से महात्मा गांधी की स्वच्छता और अच्छे स्वास्थ्य से जुड़ीं शिक्षाओं के संबंध में बात करें।
कक्षा, प्रयोगशाला और पुस्तकालयों आदि की सफाई करना।
शौचालयों और पीने के पानी वाले क्षेत्रों की सफाई करना।
निबंध,वाद-विवाद, चित्रकला, सफाई और स्वच्छता पर प्रतियोगिताओं का आयोजन।
इसके अलावा, फिल्म शो, स्वच्छता पर निबंध / पेंटिंग और अन्य प्रतियोगिताएं, नाटकों आदि के आयोजन द्वारा स्वच्छता एवं अच्छे स्वास्थ्य का संदेश प्रसारित करना।
मंत्रालय ने इसके अलावा स्कलों के छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और समुदाय के सदस्यों को शामिल करते हुए सप्ताह में दो बार आधे घंटे सफाई अभियान शुरू करने का प्रस्ताव भी रखा है।

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