DBTL (Direct Benefit Transfer for LPG) subsidy.

डीबीटीएल योजना

''संशोधित प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण एलपीजी योजना''

ज्ञातव्य है की DBT(direct benefit transfer scheme) 1 जनवरी,2013 को प्रारम्भ की गई थी । उसी योजना को नई सरकार घरेलू एलपीजी सिलेंडर के माध्यम से गति प्रदान कर रही है।

• घरेलू गैस सिलिंडरों पर मिलने वाली सबि्सडी सीधे उपभोक्ता के खाते में हस्तांतरित करने की (डीबीटीएल) योजना राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में 1 जनवरी,2015  से शुरू हो जाएगी।

पहले चरण में गत 15 नवंबर,2014  को नई सरकार ने इस योजना को देश के 54 जिलों में दुबारा शुरू किया था।

दूसरे चरण के तहत देश के शेष 622 जिलों में 1 जनवरी से इसे शुरू किया जाएगा जिसमें दिल्ली के 11 जिले भी शामिल हैं।

इस प्रकार अब देश के सभी 676 जिलों में यह योजना लागू हो जाएगी।

• योजना के तहत उपभोक्ताओं को 17 अंक की एलपीजी आईडी जारी की गई है।

• जिन उपभोक्ताओं ने अपने बैंक अकाउंट को इस आईडी के साथ जोड़ लिया है उनके खाते में पहली बुकिंग कराते ही सबि्सडी के 568 रूपए का अग्रिम भुगतान  हो जाएगा और घर पर उन्हें बाजार दर पर ही सिलिंडर दिया जाएगा।

गैस सिलिंडर उपलब्ध कराने वाली तेल वितरक कंपनियों ने बताया कि योजना के हर चरण पर उपभोक्ताओं को एसएमएस के जरिए वस्तु स्थिति की पूरी जानकारी दी जाएगी। मसलन बुकिंग, पैसा खाते में पहुंचने और सिलिंडर डिलिवर होने के बारे में संदेश उनके मोबाइल फोन पर आ जाएगा। कंपनियों ने बताया कि इस समय घरेलू गैस उपभोक्ताओं की संख्या 15.3 करोड़ है जिसमें 6.5 करोड़ उपभोक्ता अपने बैंक खाते को एलपीजी आर्डडी से जोड़ चुके हैं।

दिल्ली में ही 50.68 लाख उपभोक्ता हैं जिनमें 16.63 लाख उपभोक्ताओं ने ही अपने बैंक खाते को लिंक किया है। पहले चरण में 20 लाख उपभोक्ताओं ने डीबीटीएल का लाभ उठाया जिनके खातों में 624 करोड़ रूपए की सबि्सडी का भुगतान किया जा चुका है।

#विशेष:- सीधे बैंक खातो में लाभ हस्तांतरण की यह योजना, विश्व में इस तरह की सबसे बड़ी योजना है। वित्तीय समावेशन के बाद की प्रक्रिया के रूप में इसे देखा जाना चाहिए। साथ ही आशा है, सुशासन की प्रक्रिया में सभी प्रकार के नगद लाभ को लक्षित समूह/व्यक्ति के सीधे बैंक खाते में डाला जाये। ताकि धन/वस्तु का रिसाव खत्म हो, आवंटित राशि को पूर्ण रूप से लक्षित लोगो को प्राप्त हो।

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